कांग्रेस गाश
कांग्रेस गास इस नाम को सभी किसान भाई भली भांति जानते हैं,
- क्योंकि यह एक खतरनाक खरपतवार है, और तो और दुनिया भर में इसे खत्म करने के अनेक तरीके किए जा रहे हैं लेकिन जरा ठहरिए जब और सिर्फ एक मिनट रुक कर सोचिए की क्या प्रकृति की दी हुई कोई भी चीज ऐसी है – जो इसे पुरी तरह से अनुपयोगी करने में सक्षम हो या फिर किसी कम में ना ए शक्ति हो बिल्कुल नहीं वह एक अलग बात है ! की हमें उसे इस्तेमाल करण मतलब यह बहुत तेजी से फैलती है , लेकिन इसके लिए भी कहानी ना कहानी हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं , वो चाहे हमारा खेती करने का तरीका हो या फिर कुछ और खैर इन सब के बड़े में फिर कभी बात करेंगे आज बात करते हैं गाजर घास के फायदे के बड़े में गाजर घास का उपयोग अनेक प्रकार के कीटनाशक जीवाणु नाशक और खरपतवार नाशक दवाइयां को बनाने में किया जा सकता है और जो इसकी लुगड़ी है’
- उससे तो कई प्रकार के कागज तैयार किया जा सकते हैं! बायोगैस उत्पादन में भी इसे गोबर के साथ मिलाया जा सकता है ! इसके अलावा हाल ही में इस पर एक गहन रिसर्च के बाद कैंसर नासिक दवाई बनाई गई हैं !हालांकि वो दवाएं अभी बाजार में उपलब्ध नहीं है , क्योंकि उन पर अभी फाइनल रिसर्च होना बाकी है, या फिर उन्हें बाजार तक पहचाने में अभी थोड़ा वक्त ग रहा है, अब बात ये की गाजर घास खेती के लिए कैसे उपयोगी होती है. तो आज हम बात कर रहे हैं, इससे कंपोस्ट बनाने की विधि के बड़े में जब आप गाजर घास से कंपोस्ट तैयार करने जा रहे हैं, तो सबसे पहले गाजर घास को इस समय उखाड़ ले जब तक इस पर फूल नहीं आता है, या फिर जब तक इसके बी नहीं पटे हैं इसके बाद एक ऐसे स्थान का चुनाव करें जहां पर पानी का जमाव ना होता हो और हवा भी आई हो इसके लिए सबसे पहले तीन गुना छह गुना 10 फिट का एक गद्दा को दें !आप अपने क्षेत्र के हिसाब से इस गद्दे को और छोटा या बड़ा भी कर सकते हैं लेकिन हां इतना ध्यान रखें की गहराई तीन फिट ही हनी चाहिए !
संभव हो तो गद्दे की सात पर या फिर साइड की जो दीवारों हैं !उसे पर पत्थर की चीते या फिर कंकड़ दी लगा दे ! ताकि वो एक पक्का टांका बन जाए इससे फायदा ये होता है’की जो कंपोस्ट होता है !उसके पोशाक तत्व गद्दे की जमीन नहीं सुख पाती है ,अगर आप इसमें पत्थर नहीं लगता रहे हैं — या फिर ईंटें नहीं लगा रहे हैं ,तो इसे मुद्गर से अच्छे से तोक पीट कर मजबूत कर और सात को अच्छे से प्लेन कर लेने अपने खेतों की फसलों के बीच से मेढ़ो से और आसपास के स्थान से गाजर घास को जड़ समेत उखाड़कर गद्दे के समीप इकट्ठा कर लेने गद्दे के पास ही 75 से 100 किग्रा कच्छ गोबर पांच से 10 किलोग्राम उड़िया या फिर रंग फास्फेट की बोरी भुरभुरी या कपू मिट्टी एक से दो पेंटल और हां एक पानी के ड्रम की व्यवस्था भी कर लेने लगभग 50 किलोग्राम गाजर घास को गद्दे की पुरी लंबाई चौड़ाई में अच्छे से सात पर फैला दें इसके बाद इस पर पांच से साथ किलोग्राम गोबर को 20 लीटर पानी में गोल बनाकर इसके ऊपर छिड़काव कर दें इसके ऊपर जो अगली परत लगा रहे हैं उसमें 500 ग्राम उड़िया या 3 किलोग्राम रंग फास्फेट का छिड़काव करें लेकिन अगर पुरी तरह से जैविक ये खेती करना चाहते हैं तो इन चीजों को अवॉइड किया जा सकता है अगर उपलब्ध है तो ट्री कोडरमा पीरियड नमक कटक के कलर का पाउडर भी 50 ग्राम प्रति परत के हिसाब से दाल सकते हैं इससे कंपोस्ट जल्द ही तैयार हो जाता है !
- इस तरह से जब एक लेयर आप बना लेते हैं उसके बाद दूसरी और तीसरी लेयर लगाते चले जैन और जब सबसे ऊपर की लेयर भी तैयार हो जाए तो उसे पर गोबर मिट्टी भूसा आदि के मिश्रण का लिप बनाकर गद्दे को बैंड कर देना चाहिए 5 से 6 महीने के लिए जब पास से 6 महीने बाद आप गद्दे को को देंगे तो कंपोस्ट खाद तैयार हो चुकी होगी कंपोस्ट के लिए जो गद्दा बताया गया है इसमें 37 से 42 क्विंटल तक ताजी उखड़ी गई गाजर घास ए शक्ति है जिससे 37 से 45% तक कंपोस्ट प्राप्त हो जाति है अब बात करते हैं कंपोस्ट की छानी की अक्सर तो किसान इसे ऐसे ही इस्तेमाल कर लेते हैं लेकिन अगर आप इसका व्यापार करना चाहते हैं दूसरे लोगों को बेचना चाहते हैं इसे तो जो इसकी मोटे-मोटी डांडिया र जाति हैं पहले आप उन्हें कू लीजिए अक्सर किसान भाइयों को यह डर राहत है की हमने जो कंपोस्ट बनाई है उससे हो सकता है की गाजर घास बहुत तेजी से खेतों में होंगे लेकिन ऐसा नहीं होता है ये तब होता है जब आप असुरक्षित रूप से कंपोस्ट तैयार करते हैं इसके लिए कुछ सावधानियां बर्तन जैसे जब आप गाजर घास से कंपोस्ट तैयार कर रहे हैं तो जो गद्दा है वो छायादार स्थान पर ऊंचे पर स्थित हो खली हवा और पानी की भी व्यवस्था हो गाजर घास को हर हाल में फूल आने से पहले ही उखाड़ लेना चाहिए गद्दे को अच्छी तरह से गोबर मिट्टी और घूस के मिश्रण के लिए से बैंड कर दें . अगर ये गद्दा ठीक से बैंड नहीं करेंगे तो गाजर घास के जो बी हैं , वो ठीक से नहीं मा पाएंगे अब बात करते हैं, इसके फायदे की गाजर घास कंपोस्ट एक ऐसी जैविक खाद है जिसके प्रयोग से फसलों मनुष्यों और पशुओं पर कोई भी बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता है,
कंपोस्ट बने पर गाजर घास में जो जीवित अवस्था में पे जान वाले विषयक रसायन होते हैं. वह पुरी तरह से खत्म हो जाते हैं, गाजर घास से बने वाली कंपोस्ट एक संतुलित का है जिसमें नाइट्रोजन फास्फोरस तथा पोटाश तत्वों की मंत्र गोबर खाद से अधिक होती है , जैविक खाद होने के करण यह पर्यावरण की मित्र भी है, यह बहुत कम लागत में भूमि की उर्वर शक्ति को भी बड़ा देती है इसका उपयोग कैसे करना है ये भी देख लीजिए खेत की तैयारी के समय ब्राज़ील ड्रेसिंग के रूप में ढाई से तीन तन प्रति हेक्टर के हिसाब से खेत में डालना चाहिए सब्जियां में कर से पांच तन प्रति हेक्टर पौध रोपण या बी बोट समय डालना चाहिए गाजर घास से बने वाली जो कंपोस्ट है उसकी मंत्र उतनी ही इस्तेमाल करें जितनी दूसरी कंपोस्ट की आप करते ए रहे हैं !
Khetikare
Thank You