फूल गोभी की सबसे अच्छी खेती ठण्डी नम वातावरण में होती है, यह ज़ायदा ठंड या गर्मी सहन नही कर पाती है, शुष्क मौसम और कम नमी भी इस फसल के लिये अनुकूल नही है, फूल आने के समय अधिक तापमान बढ़ने से फूल पीला पड़ जाता है, उसके बीच में छोटी -2 पत्तियां उग जाती है !
फूल गोभी की बुआई
अगेती किस्मों कि बुआई अगस्त में 25 से 15 सितम्बर तक हो जाती है , मध्यम और पिछेती किस्मों कि बुआई 15 सितम्बर से अक्टूबर तक कर देना चाहिए, फूलगोभी के बीज सीधे खेत में नहीं बोये जाते हैं, इसके लिए डोलिया बनानी पड़ती है, और डोलियों के ऊपर इसके बीज लगआये जाते है !
एक एकड़ में बीज की मात्रा
एक एकड़ में लगभग 300 ग्राम बीज लग जाता है!
गोभी की खेती ठंडे मौसम में की जाती है ! पर अगर आप गर्मी में गोभी की खेती करना चाहते हैं – तो आप फरवरी या मार्च में उसके लिए पयोद त्यार कर ले और 35-40 दिन बाद इसकी रोपाई की जानी चाहिए !
उत्पादन
उपज की अवधि 80 से 120 दिन की होती है। प्रति हेक्टेयर 100 से 250 क्विंटल फूल का उत्पादन हो जाता है !
अच्छे बीज कौन से है
अगर आप सितंबर महीने में फूलगोभी की खेती करना चाहते हैं अच्छी किस्मों में हिमरानी, पुष्पा, पूसा सुभ्रा, पूसा हिम ज्योति और पूसा कतकी आदि किस्में शामिल हैं, इन किस्मों की खेती करके अच्छा लाभ कमाया जा सकता है !
रोग व दविया
फूलगोभी और पत्ता गोभी का रोग नियंत्रण मृदुरोमिल आसिता रोग के नियंत्रण के लिए जैविक कवकनाशी स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस को 1 लीटर प्रति एकड़ में 180 सें 220 लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव के रूप में उपयोग होता है !
Khetikare
Share
Thank You