गन्ने की खेती

 गन्ने की बुआई
गन्ने की बुवाई में अगर बढ़िया उत्पादन पाना है तो खेत तैयार करने और सही बीज के इस्तेमाल से लेकर आखिरी सिंचाई तक ध्यान देने की अवसकता होती है !

गन्ने की खेती करने वाले किसानों की ये शिकायत होती है,  कि बढ़िया खाद-पानी देने के बाद भी ज़्यादा उत्पादन नहीं मिलता , जो कुछ बदलाव कर के अच्छी पदावार ले सकते है ,बढ़िया उत्पादन के लिए शुरू से ही किसानों को कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए !

मिट्टी

जो मिट्टी है वो भी जीवित है, इसलिए जो फसल अवशेष होते हैं उन्हें खेत में जलाना नहीं चाहिए, क्योंकि किसानों को लगता है इसे खेत में जलाने से जमीन उपजाऊ होती है !

असल में वो हमारे मिट्टी की फसल की खुराक है. तो हमको शुरुआत यहाँ से करनी चाहिए. जो हमारी मिट्टी है, उसका सुधार करें, जो फसल अवशेष है, उसको दोबारा से मिट्टी में मिलाएँ. क्योंकि मिट्टी में जो सक्षम तत्व होते हैं, वही मिट्टी को जीवित रखते हैं और फसल अवशेष उनकी खुराक होते है,  जितना आप मिट्टी का ध्यान रखेंगे उतना ही बढ़िया उत्पादन होगा !

जुताई

जुताई हमने शुकी मिट्टी में करनी चाहिए

जब हम खेत की तैयार करते हैं, तो गहरी जुताई की ज़रूरत नहीं पड़ती ,क्योंकि इसमें कम गहरी नालियाँ बनाई जाती हैं, आप साधारण ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर सकते हैं,और कोशिश करिए कि हमेशा सूखे खेत की जुताई हो .!

गन्ने की बुवाई 

गन्ने की फसल में विशेष तौर पर उचित दूरी की ज़रूरत है, जो आम ट्रेडिशनल तरीका है, उसमें बीज बहुत ज्यादा लगता है,अगर आपको भी यही लगता है, कि जितना बीज डालेंगे उतना उत्पादन होगा, तो आप गलत हैं, इसलिए एक उचित दूरी पर बीज लगाएँ, जिससे पौधे को बढ़ने में अच्छी जगह मिल जाएगी !

गोबर की खाद गन्ने के लिए भोत अच्छी होती है,  यदि गोबर की खाद नहीं है, तो बाद में जुताई से एनपीके डालना  चाहिए!

गन्ने की कुछ नई  किस्में
सीओवीसी:99463
सीओएलके:09204
सीओपीबी:94
यूपी सीओए:11321
श्रीमुखी सीओए:11321
इक्षु 4 सीओएलके:11206
इक्षु 5 सीओएलके:11203
सीओ:06022

गन्ने को तयार होने में कितने दिन लगते है,

इसमें फरवरी से मार्च तक फसल की बुवाई होती है, इसमें फसल 10 – 12 महीने  में तैयार होती है !

गन्ने का दूसरा नाम  ईख  है  !

खेती करे  khetikare

Share Post 

धन्यवाद

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *